भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई झावेरभाई पटेल का जन्म 31 October 1875 को नाडियाद मुंबई में हुआ था! आज के युनाइटेड भारत में सरदार पटेल का सबसे बड़ा योगदान है! उनके योगदान के लिए उन्हें ‘भारत का बिस्मार्क‘ कहा गया है! विभाजन के बाद भारत के बिखरे राज्यो का विलय सरदार पटेल ने बड़ी कुशलता के साथ किया!
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आज उनकी जयंती के अवसर पर हम हिन्दी वार्ता पर सरदार पटेल द्वारा कथित प्रमुख उद्धरण (अनमोल वचन) शेयर कर रहे हैं
सरदार पटेल के अनमोल वचन
(1) हमें ग़म खाना सीखना चाहिये. मान-अपमान सहन करने की आदत डालनी चाहिये |
(2) उतावले उत्साह से बड़ा परिणाम निकलने की आशा नहीं रखनी चाहिये |
(3)उतावले उत्साह से बड़ा परिणाम निकलने की आशा नहीं रखनी चाहिये
(4)अविश्वास भय का कारण होता हैं |
(5) कल हमें कोई मदद देने वाला है. इसलिए आज बैठे रहे तो आज भी बिगड़ जाएगा, और कल तो बिगड़ेगा ही |
(6)गरीबों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है |
(7)शत्रु का लोहा भले ही गर्म हो जाए पर हथौड़ा तो ठंडा ही काम देता है |
(8)आम का फल समय से पहले तोड़ोगे तो वह खट्टा लगेगा , दांत खट्टे हो जाएगे ! मगर उसे पकने देंगे तो वह अपने आप टूट जाएगा और अमृत के सामान लगेगा |
(9)पिछला दुखड़ा रोना कायरों का काम है ! हिसाब लगा कर मुकाबले की तैयारी करना बहादुरों का काम है |
(10)यह सच है की पानी में तैरने वाले ही डूबते हैं ,किनारे खड़े रहने वाले नहीं ! मगर ऐसे लोग तैरना भी नहीं सीखते |
(11)बेकार मत बैठिये ! बेकार बैठने वाला सत्यानाश कर डालता है ! इसलिए आलस्य छोड़िये ! रात-दिन काम करने वाला इन्द्रियों को आसानी से वश में कर लेता है |
(12)भगवान् के आगे झुकना चाहिये , दूसरों के आगे नहीं ! हमारा सर कभी ना झुकने वाला होना चाहिये
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(13)बहुत बोलने से कोई लाभ नहीं , बल्कि हानि ही होती है |
(14) मुफ्त चीज मिलती है,तो उसकी कीमत कम हो जाती है! परिश्रम से पाई हुई चीज की कीमत ही ठीक तरीके से लगाई जाती है!
(15)कोशिश करना हमारा फर्ज है ! अगर हम अपने फर्ज को पूरा ना करें तो हम ईश्वर के गुनहगार बनते हैं |
(16)जो तलवार चलाना जानते हुए भी तलवार को म्यान में रखता है ,उसी की अहिंसा सच्ची कही जाएगी ! कायरों की अहिंसा का क्या मूल्य
(17)जो काम कल करना हैं, उसकी बातों में आज का काम बिगड़ जाएगा और आज के कम के बिना कल का काम नहीं होगा आज का काम कीजिये,तो कल का काम अपने आप हो जाएगा |
(18)यहाँ तक की यदि हम हज़ारो की दौलत भी गवां दे, और हमारा जीवन बलिदान हो जाए, हमें मुस्कुराते रहना चाहिए और ईश्वर एवं सत्य में विश्वास रखकर प्रसन्न रहना चाहिए
(19)आपकी अच्छाई आपके मार्ग में बाधक है, इसलिए अपनी आँखों को क्रोध से लाल होने दीजिये, और अन्याय का मजबूत हाथों से सामना कीजिये
(20)हर इंसान सम्मान के योग्य है, जितना उसे ऊपर सम्मान चाहिए उतना ही उसे नीचे गिरने का डर नहीं होना चाहिए
(21) मेरी एक ही इच्छा है कि भारत एक अच्छा उत्पादक हो और इस देश में कोई अन्न के लिए आंसू बहाता हुआ भूखा ना रहे
(22) बेशक कर्म पूजा है किन्तु हास्य जीवन है. जो कोई भी अपना जीवन बहुत गंभीरता से लेता है उसे एक तुच्छ जीवन के लिए तैयार रहना चाहिए. जो कोई भी सुख और दुःख का समान रूप से स्वागत करता है वास्तव में वही सबसे अच्छी तरह से जीता है
(23) शक्ति के अभाव में विश्वास किसी काम का नहीं है. विश्वास और शक्ति , दोनों किसी महान काम को करने के लिए अनिवार्य हैं
(24) कठिन समय में कायर बहाना ढूंढ़ते हैं बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते हैं.
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