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किस किस की होगी मोदी मंत्री-मंडल से छुट्टी? संघ ने बदलाव के लिए बनाया दबाव

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर मंत्री-मंडल में बदलाव के लिए जोरदार प्रेशर बना दिया है। सूत्रों का कहना है कि मोदी कुछ संघ के दबाव में और कुछ खुद अपनी मर्जी से भी मंत्री मंडल में परिवर्तन लाना चाहते हैं। अभी उनके कैबिनेट में कुल ६६ मंत्री शामिल है। सरकार में दखल रखने वाले सूत्रों की माने तो मोदी बहुत से मंत्रियों की पर्फॉर्मन्स से खुश नहीं हैं। ये हाल तो तब है इस मंत्रियों के कुनबे में 34 वकील, डॉक्टर, इकोनॉमिस्ट, सीए और इंजीनियर जैसे विशेष क्वालिफिकेशन वाले लोग शामिल हैं।

किस किस की होगी मोदी मंत्री-मंडल से छुट्टी ? संघ ने बदलाव के लिए बनाया दबावपब्लिक में ये इमेज बन रही है कि मोदी सरकार बातें तो बहुत कर रही है पर दरअसल जमीन पर कर कुछ नहीं प् रही। बिहार के इलेक्शन में मुंह की खाने के बाद आरएसएस की तरफ से दबाव है कि सरकार की इमेज बदलने के लिए प्रधान मंत्री कुछ नाकारा मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाएँ। लेकिन लाख टके का सवाल है तो यह कि मोदी आखिर मिनिस्टर बनाये तो बनाये किसे। उन्हें मौजूदा मिनिस्टर्स का रिप्लेसमेंट ढूंढने में उन्हें परेशानी हो रही है और यही है मोदी की असली लाचारी।

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  1. संघ चाहता है कि निकम्मे मंत्रियों की छुट्टी हो ताकि आने वाले चुनावों से पहले सरकार की इमेज सुधरे।
  2. नरेंद्र मोदी ने चुनाओं से पहले मोदी ने जॉब्स और ग्रोथ को लेकर आकाशचुम्बी वादे किए थे लेकिन सत्ता में आने के १८ महीने बाद भी बीजेपी सरकार कुछ खास नहीं कर के दिखा सकी। बल्कि कई सेक्टर में तो बीजेपी के सरकार में आने के बाद विकास दर घटी है।
  3. इन्वेस्टमेंट बढ़ाने को लेकर किए गए रिफॉर्म्स की रफ्तार धीमी पड़ गई है। इकोनॉमी भी कमजोर पड़ी है।
  4. उद्योग जगत भी मोदी सरकार के अब तक के काम काज से खुश नहीं है, खास कर वित्तीय सुधारों की धीमी गति और जीएसटी बिल और भूमि अधिग्रहण बिल पास न करवा पाने से इंडस्ट्री है बीजेपी सरकार से नाराज।

सबसे ज्यादा तो मोदी की रूचि है अरुण जेटली को डिफेन्स मिनिस्टर दुबारा बनाने में लेकिन क्या करें, फाइनेंस मिनिस्टर किसे बनाएं, यह उन्हें समझ ही नहीं आ रहा।

अभी तक नरेंद्र मोदी ने 19 महीने में अपनी कैबिनेट में सिर्फ एक बार बदलाव किया है। नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट ने 26 मई, 2014 को शपथ ली थी। उसके बाद से सिर्फ एक बार नवंबर, 2014 में कैबिनेट में बदलाव हुआ जब शिवसेना से आए सुरेश प्रभु और गोवा के सीएम रहे मनोहर पर्रिकर को कैबिनेट में शामिल किया गया था।

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देखते हैं इस बार के मंत्री-मंडल में हेरफेर में मोदी किसका करते हैं प्रमोशन और किस मंत्री की छिनती है गद्दी। पर यह तो तय है की मंत्री मंडल के बदलाव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अमित शाह की जरूर चलेगी।

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