नई दिल्ली: राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी के समर्थन के एक दिन बाद जनता दल (संयुक्त) ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है| हम एकजुट विपक्ष का एक अभिन्न अंग है।
रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी का समर्थन का फैसला एक अलग घटना है| हम फिर से एनडीए-गठबंधन में वापस नहीं जाएंगे – जेडी (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता के.सी. त्यागी ने दिल्ली में कहा।
रामनाथ कोविंद और बिहार सरकार में कभी मतभेद नहीं हुआ- जनता दल (यू)
त्यागी ने कहा कि पूर्व राज्यपाल, बिहार कोविंद ने राज्य सरकार के कामकाज में एक सकारात्मक और गैर-संघर्ष की भूमिका निभाई थी। बिहार के गवर्नर के रूप में अपने लगभग दो वर्षों के कार्यकाल के दौरान कोविन्द ने खुद को गरिमा और शांति के साथ संभाला| मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके आचरण और अनुग्रह से काफी प्रभावित हुए| इसलिए उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए उनकी उम्मीदवारी के समर्थन के लिए आश्वस्त किया।
उन्होंने कहा कि जेडी (यू) राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद कुमार और 4 जून को डीएमके के संस्थापक एम करुणानिधि के 94 वें जन्म दिवस समारोह के दौरान सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचूरी ने पूर्व पश्चिम बंगाल के गवर्नर के नाम पर चर्चा की थी। विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में गोपाल कृष्ण गांधी थे| लेकिन एनडीए ने कोविंद की उम्मीदवारी की घोषणा करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया।
हम पूर्व बिहार राज्यपाल के राष्ट्रपति पद की दावेदारी का समर्थन करने के लिए बाध्य हैं. क्योंकि उन्होंने कृपा और शान के साथ अपने कर्तव्यों से छुट्टी दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कोविंद की उम्मीदवारी को समर्थन देने का फैसला किया है|
मोदी सरकार का विरोध जारी रहेगा – जनता दल (यू)
जनता दल (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने एनडीए से कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के सत्तारूढ़ गठबंधन में वापस जाने के बारे में किसी भी भ्रम में न रहे| साथ ही उन्होंने सभी मोर्चों पर असफल रहने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया। राष्ट्रपति पद के लिए कोविंद की उम्मीदवारी के समर्थन के बावजूद, हम मानते हैं कि मोदी सरकार सभी मोर्चों पर असफल रही है। त्यागी ने कहा कि अयोध्या, समान नागरिक संहिता और अनुच्छेद 370 जैसे विवादास्पद मुद्दे एनडीए और जेडी (यू) के बीच अब भी जारी है। वास्तव में पिछले तीन सालों में पूरे देश में सांप्रदायिक संघर्ष बिगड़ गया है।
यह बताते हुए कि राष्ट्रपति पद के लिए कोविंद की उम्मीदवारी में खड़े होने का जेडी (यू) का फैसला एक “पृथक घटना है| त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी एकजुट विपक्ष का एक अभिन्न अंग बानी रहेगी।