हम पूर्व बिहार राज्यपाल के राष्ट्रपति पद की दावेदारी का समर्थन करने के लिए बाध्य हैं. क्योंकि उन्होंने कृपा और शान के साथ अपने कर्तव्यों से छुट्टी दी है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कोविंद की उम्मीदवारी को समर्थन देने का फैसला किया है|
जनता दल (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने एनडीए से कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार के सत्तारूढ़ गठबंधन में वापस जाने के बारे में किसी भी भ्रम में न रहे| साथ ही उन्होंने सभी मोर्चों पर असफल रहने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया। राष्ट्रपति पद के लिए कोविंद की उम्मीदवारी के समर्थन के बावजूद, हम मानते हैं कि मोदी सरकार सभी मोर्चों पर असफल रही है। त्यागी ने कहा कि अयोध्या, समान नागरिक संहिता और अनुच्छेद 370 जैसे विवादास्पद मुद्दे एनडीए और जेडी (यू) के बीच अब भी जारी है। वास्तव में पिछले तीन सालों में पूरे देश में सांप्रदायिक संघर्ष बिगड़ गया है।
यह बताते हुए कि राष्ट्रपति पद के लिए कोविंद की उम्मीदवारी में खड़े होने का जेडी (यू) का फैसला एक “पृथक घटना है| त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी एकजुट विपक्ष का एक अभिन्न अंग बानी रहेगी।