सलोदिया ने मीडिया के सामने हिन्दू धर्म छोड़ कर मुस्लिम बनने की घोषणा की। उन्होंने कहा की भारत के संविधान में आर्टिकल 25(1) के अनुसार देश के प्रत्येक नागरिक को आज़ादी है की वो किसी भी धर्म का पालन कर सकता है तथा उस धर्म की शिक्षाए अपना सकता है चूँकि इस्लाम में जात पात नही है और मैं इस्लाम से काफी समय से प्रभावित हु इसीलिए मैं आज से इस्लाम क़ुबूल करता हु और आज से मुझे उमराव खान नाम से जाना जाए!
गौरतलब हो कि अनुभव के आधार पर सलोदिया चीफ सेक्रेटरी बनने के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार थे परन्तु उन्हें यह पद नहीं मिल पाया जिस कारण से वह व्यवस्था से नाराज़ चल रहे थे! उन्होंने अपने पत्र में व्यवस्था में जाट पात के आधार पर भेदभाव करने का भी आरोप लगाया!