नई दिल्ली: लगता है दिल्ली पुलिस और अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की सरकार के बीच की खींचतान और भी ज्यादा बढ़ने वाली है. मामला अब गरमा रहा है दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा अरविन्द केजरीवाल, कुमार विश्वास, आशीष खेतान, और भगवंत मान आदि अनेकों आम आदमी पार्टी के नेताओं और मंत्रियों को पिछले साल जंतर-मंतर पर किसान गजेंद्र सिंह की कथित आत्महत्या पर समन भेजे जाने को लेकर।
गौरतलब है कि पिछले साल 22 अप्रैल 2015 को मोदी सरकार के भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान आप द्वारा भी जंतर-मंतर पर एक प्रदर्शन का आयोजन किया गया था जिसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरयाणा के अनेकों किसानों ने भाग लिया था. उसी प्रदर्शन के दौरान राजस्थान के दौसा जिले के गांव नांगल झामरवाड़ा के किसान गजेंद्र सिंह ने पेड़ पर फंदे से झूलकर जान दे दी थी।
खास यह है कि जिस वक्त गजेंद्र ने अपनी जान दी, उस वक़्त मंच से अरविन्द केजरीवाल और अन्य आप नेताओं के भाषण हो रहे थे और आरोप है कि गजेन्द्र की आत्महत्या की जानकारी मिलने के बाद भी मंच से भाषणों का सिलसिला बदस्तूर चलता रहा. इस बात को लेकर आप और अरविन्द केजरीवाल की खासी आलोचना भी हुई थी.
तमाम विरोध प्रदर्शनों के चलते और गजेन्द्र की आत्महत्या के बाद भूमि अधिग्रहण मामले पर जनता का रूख अपने खिलाफ जाता देख कर नरेंद्र मोदी सरकार ने भी उस समय इस बिल को लेकर अपने तेवर नरम कर लिए थे.