साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi इस तरफ से गुज़रे थे काफ़िले बहारों के 2020-08-222020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Is Taraf Se Gujre The Kaafile Bahaaron Ke इस तरफ से गुज़रे थे काफ़िले बहारों के आज तक सुलगते [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ 2020-08-222020-09-03Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Main Jise Odhtaa-Bichhaataa Hoon मैं जिसे ओढ़ता-बिछाता हूँ वो ग़ज़ल आपको सुनाता हूँ एक जंगल है तेरी आँखों में [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi साथियो! मैंने बरसों तुम्हारे लिए 2020-08-212020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – saathiyo! maine barason tumhaare liye साथियो! मैंने बरसों तुम्हारे लिए चाँद, तारों, बहारों के सपने बुने हुस्न और इश्क़ [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi होने लगी है जिस्म में जुंबिश तो देखिये 2020-08-212020-09-03Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Hone Lagee Hai Jism Mein Jumbish To Dekhiye होने लगी है जिस्म में जुंबिश तो देखिये इस पर कटे [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi आओ कि कोई ख़्वाब बुनें 2020-08-202020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Aao Ki Koii Khvaab Bunen आओ कि कोई ख़्वाब बुनें कल के वास्ते वरना ये रात आज के संगीन [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi तुमने इस तालाब में रोहू पकड़ने के लिए 2020-08-202020-09-03Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Tumane Is Taalaab Mein Rohu Pakarane Ke Liye तुमने इस तालाब में रोहू पकड़ने के लिए छोटी—छोटी मछलियाँ चारा [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi अहले-ए-दिल और भी हैं 2020-08-192020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Ahale-E-Dil Aur Bhii Hain अहले-ए-दिल और भी हैं अहल-ए-वफ़ा और भी हैं एक हम ही नहीं दुनिया से ख़फ़ा [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi मायूस तो हूं वायदे से तेरे 2020-08-182020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Maayoos To Hoon Vaayade Se Tere मायूस तो हूं वायदे से तेरे, कुछ आस नहीं कुछ आस भी है. [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi सूना घर 2020-08-182020-09-03Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Soona Ghar सूने घर में किस तरह सहेजूँ मन को। पहले तो लगा कि अब आईं तुम, आकर अब [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi एक कबूतर चिठ्ठी ले कर पहली—पहली बार उड़ा 2020-08-182020-09-03Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Ek Kabootar Chittee Le Kar Pahalee Pahalee Baar Uda एक कबूतर चिठ्ठी ले कर पहली—पहली बार उड़ा मौसम एक [...]