पाँवों से लहू को धो डालो – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी 2022-01-24Ritu Comment पाँवों से लहू को धो डालो – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी हम क्या करते किस रह चलते हर राह में कांटे बिखरे थे [...]
दिल बहलता है कहाँ अंजुमो-महताब से भी – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-082022-01-08RituV Comment दिल बहलता है कहाँ अंजुमो-महताब से भी दिल बहलता है कहाँ अंजुमो-महताब से भी अब तो हम लोग गए दीद-ए-बेख़्वाब से भी रो [...]
संगदिल है वो तो क्यूं इसका गिला मैंने किया – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-082022-01-08Ritu Comment संगदिल है वो तो क्यूं इसका गिला मैंने किया संगदिल है वो तो क्यूं इसका गिला मैंने किया जब कि खुद पत्थर को [...]
ऐसे चुप हैं कि ये मंज़िल भी कड़ी हो जैसे – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-082022-01-08RituV Comment ऐसे चुप हैं कि ये मंज़िल भी कड़ी हो जैसे ऐसे चुप हैं के ये मंज़िल भी कड़ी हो जैसे तेरा मिलना भी [...]
हम तो यूँ ख़ुश थे कि इक तार गिरेबान में है – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-08RituV Comment हम तो यूँ ख़ुश थे कि इक तार गिरेबान में है हम तो यूँ ख़ुश थे कि इक तार गिरेबान में है क्या [...]
अच्छा था अगर ज़ख्म न भरते कोई दिन – अहमद फ़राज़ शायरीऔर 2022-01-082022-01-08RituV Comment अच्छा था अगर ज़ख़्म न भरते कोई दिन और अच्छा था अगर ज़ख़्म न भरते कोई दिन और इस कू-ए- मलामत में गुज़रते [...]
दिल तो वो बर्गे-ख़िज़ाँ है कि हवा ले जाए – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-08RituV Comment न इंतज़ार की लज़्ज़त , न आरज़ू की थकन न इंतज़ार की लज़्ज़त न आरज़ू की थकन बुझी हैं दर्द की शम्एँ कि [...]
अव्वल अव्वल की दोस्ती है अभी – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-08RituV Comment अव्वल अव्वल की दोस्ती है अभी – अहमद फ़राज़ अव्वल अव्वल की दोस्ती है अभी इक ग़ज़ल है कि हो रही है अभी [...]
रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-082022-01-08RituV Comment रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ [...]
न कोई ख़्वाब न ताबीर ऐ मेरे मालिक – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-05RituV Comment न कोई ख़्वाब न ताबीर ऐ मेरे मालिक – अहमद फ़राज़ न कोई ख़्वाब न ताबीर ऐ मेरे मालिक मुझे बता मेरी तक़सीर [...]