पयाम आए हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे– अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment पयाम आए हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे पयाम आए हैं उस यार-ए-बेवफ़ा के मुझे जिसे क़रार न आया कहीं भुला के मुझे जुदाइयाँ [...]
क्या ऐसे कम-सुख़न से कोई गुफ़्तगू करे – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment क्या ऐसे कम-सुख़न से कोई गुफ़्तगू करे क्या ऐसे कम-सुख़न से कोई गुफ़्तगू करे जो मुस्तक़िल सुकूत से दिल को लहू करे अब [...]
सौ दूरियों पे भी मिरे दिल से जुदा न थी – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-262022-01-26Ritu Comment सौ दूरियों पे भी मिरे दिल से जुदा न थी सौ दूरियों प’ भी मेरे दिल से जुदा न थी तू मेरी ज़िंदगी [...]
तुझ से मिल कर भी कुछ ख़फ़ा हैं हम – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment तुझ से मिल कर भी कुछ ख़फ़ा हैं हम तुझ से मिल कर भी कुछ ख़फ़ा हैं हम बेमुरव्वत नहीं तो क्या हैं [...]
रोज़ की मसाफ़त से चूर हो गए दरिया – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment रोज़ की मसाफ़त से चूर हो गए दरिया रोज़ की मसाफ़त से चूर हो गये दरिया पत्थरों के सीनों पे थक के सो [...]
दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला – – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभानेवाला वही अन्दाज़ है ज़ालिम का ज़मानेवाला अब उसे [...]
आँखों में चुभ रहे हैं दरो-बाम के चराग़ – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment आँखों में चुभ रहे हैं दरो-बाम के चराग़ आँखों में चुभ रहे हैं दरो-बाम के चराग़ जब दिल ही बुझ गया हो तो [...]
जब तेरी याद के जुगनू चमके – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment जब तेरी याद के जुगनू चमके जब तेरी याद के जुगनू चमके देर तक आँख में आँसू चमके सख़्त तारीक है दिल की [...]
अच्छा था अगर ज़ख़्म न भरते कोई दिन और – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment अच्छा था अगर ज़ख़्म न भरते कोई दिन और अच्छा था अगर ज़ख़्म न भरते कोई दिन और इस कू-ए- मलामत में गुज़रते [...]
तुम भी ख़फ़ा हो लोग भी बरहम हैं दोस्तो – अहमद फ़राज़ शायरी 2022-01-26Ritu Comment तुम भी ख़फ़ा हो लोग भी बरहम हैं दोस्तो तुम भी ख़फा हो लोग भी बरहम हैं दोस्तो अ़ब हो चला यकीं के [...]