Kabir ke dohe तरवर तास बिलम्बिए, बारह मांस फलंत संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-09RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi तरवर तास बिलम्बिए, बारह मांस फलंत । सीतल छाया गहर फल, पंछी केलि करंत [...]
Kabir ke dohe मन मरया ममता मुई, जहं गई सब छूटी संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-09RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi मन मरया ममता मुई, जहं गई सब छूटी। जोगी था सो रमि गया, आसणि [...]
Kabir ke dohe जानि बूझि साँचहि तजै, करै झूठ सूं नेह संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-09RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi जानि बूझि साँचहि तजै, करै झूठ सूं नेह । ताकी संगति रामजी, सुपिनै ही [...]
Kabir ke dohe कबीर संगति साध की , कड़े न निर्फल होई संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-09RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कबीर संगति साध की , कड़े न निर्फल होई । चन्दन होसी बावना , [...]
Kabir ke dohe मूरख संग न कीजिए ,लोहा जल न तिराई संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-09RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi मूरख संग न कीजिए ,लोहा जल न तिराई। कदली सीप भावनग मुख, एक बूँद [...]
Kabir ke dohe कागज़ केरी कोठरी, मसि के कर्म कपाट संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-09RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कागज़ केरी कोठरी, मसि के कर्म कपाट। पांहनि बोई पृथमीं,पंडित पाड़ी बात। भावार्थ: यह [...]
Kabir ke dohe कबीर चन्दन के निडै नींव भी चन्दन होइ संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-09RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कबीर चन्दन के निडै नींव भी चन्दन होइ। बूडा बंस बड़ाइता यों जिनी बूड़े [...]
Kabir ke dohe करता केरे गुन बहुत औगुन कोई नाहिं संत कबीर के दोहे 2020-05-192020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi करता केरे गुन बहुत औगुन कोई नाहिं। जे दिल खोजों आपना, सब औगुन मुझ [...]