Kabir ke dohe दोस पराए देखि करि, चला हसन्त हसन्त, संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi दोस पराए देखि करि, चला हसन्त हसन्त, अपने याद न आवई, जिनका आदि न [...]
Kabir ke dohe जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ, संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ, मैं बपुरा बूडन डरा, रहा किनारे बैठ [...]
Kabir ke dohe कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये, संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये, ऐसी करनी कर चलो, हम [...]
Kabir ke dohe ज्यों नैनन में पुतली, त्यों मालिक घर माँहिसंत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi ज्यों नैनन में पुतली, त्यों मालिक घर माँहि। मूरख लोग न जानिए , बाहर [...]
Kabir ke dohe मांगन मरण समान है, मत मांगो कोई भीख संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV 1 संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi मांगन मरण समान है, मत मांगो कोई भीख, मांगन से मरना भला, ये सतगुरु [...]
Kabir ke dohe धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय । माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए [...]
Kabir ke dohe तिनका कबहुँ ना निंदये, जो पाँव तले होय संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment तिनका कबहुँ ना निंदये, जो पाँव तले होय ।कबहुँ उड़ आँखो पड़े, पीर घानेरी होय । भावार्थ: कबीर दास जी कहते हैं कि [...]
Kabir ke dohe लूट सके तो लूट ले, हरी नाम की लूट संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment लूट सके तो लूट ले, हरी नाम की लूट । अंत समय पछतायेगा, जब प्राण जायेगे छूट । भावार्थ: कबीर दास जी कहते [...]
Kabir ke dohe कागा का को धन हरे, कोयल का को देय संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कागा का को धन हरे, कोयल का को देय । मीठे वचन सुना के, [...]
Kabir ke dohe कामी क्रोधी लालची, इनसे भक्ति न होय संत कबीर के दोहे 2020-05-172020-06-10RituV Comment संत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कामी क्रोधी लालची, इनसे भक्ति न होय ।भक्ति करे कोई सुरमा, जाती बरन कुल [...]