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भाजपा यूपी ने 87 पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाला

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भाजपा का सनसनीखेज कारनामा, किया नेताओ और कार्यकर्ताओ को पार्टी से बाहर| एक प्रमुख कदम में उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 87 पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर दिया। निष्कासन की अवधि छह साल होगी।

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पुरे एक्शन में लग रही है. फिर चाहे वो पराये हो या अपने| तुरंत एक्शन के लिए मशहूर योगी आदित्यनाथ ने पार्टी अनुशासनहीनता के लिए दोषियों को तुरंत बाहर का रास्ता दिखवाया| उन्होंने कहा कोई भी पार्टी के सिद्धांतो से बड़ा नहीं है|

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भारतीय जनता पार्टी की अनुशासनात्मक समिति की उत्तर प्रदेश इकाई ने सभी नेताओं पर एक जांच शुरू की और परिणाम समाप्त होने के बाद, यह चरम कदम उठाया गया। राज्य के महासचिव विद्या सागर सोनकर ने कहा कि भाजपा की राज्य इकाई की अनुशासन समिति की जांच के बाद कार्रवाई की गई। रिपोर्ट के मुताबिक निर्वासित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ या तो विपक्ष का समर्थन किया था।

भाजपा यूपी ने 87 पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाला

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भाजपा राज्य अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने निष्कासन को मंजूरी दी।

बताया जा रहा है कि निष्कासन की अनुमति प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने पहले ही दे दी थी| इनमे से कुछ के नाम है- कपिल देव कोरी (रामपुर), वी.के. गोंडी से सैनी (मोरादाबाद), इंदरदेव सिंह (बिजनौर), शांति स्वरूप शर्मा (बुलंदशहर), चंद्र शेखर रावत (हाथरस), आशीष वाशिष्ठ (बागपत) और प्रतिभा सिंह, महेश नारायण तिवारी, निर्मल श्रीवास्तव, वैभव पांडे और विद्याभूषण द्विवेदी।

भाजपा की अनुशासित समिति ने कहा पार्टी किसी भी प्रकार की अनुशासन हीनता बर्दाश्त नहीं करेगी| चाहे कुछ भी हो पार्टी दलबदलू नेताओ से सख्ती से निपटने के लिए तैयार है|

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