Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage
महिलाओं को शिक्षा के क्षेत्र के समान चिकित्सा के क्षेत्र में भी आना चाहिए. महिलाएं शरीर और स्वभाव दोनों ही रूप से इस कार्य के लिए उपयुक्त होती हैं. हमारे देश में कई जगह महिलाएं अक्सर बीमार और कमजोर रहती हैं. उनके बच्चे भी कुपोषण के कारण अकाल मृत्यु के ग्रास बन जाते हैं. महिलाओं की इस तरह की समस्याओं का समाधान महिलाएं ही भली भांति कर सकती हैं. कुछ महिलाएं इस व्यवसाय को अपनाना तो चाहती है, पर उनके पति इस व्यवसाय को अपनी प्रतिष्ठा के अनुकूल नहीं मानते. इस तरह विवश होकर महिलाओं को चिकित्सा के व्यवसाय से विमुख होना पड़ता है. पतियों को समाज हित में अपने निरर्थक अहंकार की भावना का त्याग कर अपनी पत्नियों को चिकित्सा के क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित करना चाहिए. यदि पुरुष ऐसा कर सके तो समाज और परिवार दोनों का ही कल्याण होगा.
उपर्युक्त अपठित गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
- उपर्युक्त गद्यांश शीर्षक दीजिए –
- लेखक के अनुसार वर्तमान में महिलाएं किस क्षेत्र में अधिक कार्यरत हैं?
- महिलाओं को चिकित्सा के क्षेत्र में क्यों आगे आना चाहिए?
- भारतीय महिलाओं को चिकित्सा व्यवसाय से विमुख क्यों होना पड़ता है?
- समाज हित में भारतीय पतियों से क्या अपेक्षा की गई है?
उत्तर –
- अपठित गद्यांश का शीर्षक – चिकित्सा के क्षेत्र में महिलाओं की आवश्यकता
- लेखक के अनुसार वर्तमान समय में स्त्रियां शिक्षक के रूप में अधिक कार्यरत है.
- महिलाओं को चिकित्सा के क्षेत्र में इसलिए आगे आना चाहिए क्योंकि वह शरीर और स्वभाव दोनों से ही इस व्यवसाय के अनुकूल हैं. स्वयं महिला होने के कारण वे महिलाओं की बीमारियों और उनकी समस्याओं के कारणों को भलीभांति समझ सकती हैं.
- भारतीय पतियों की अरुचि एवं झूठे अहंकार के कारण महिलाओं को चिकित्सा व्यवसाय से विमुख होना पड़ता है.
- समाज हित में भारतीय पतियों से अपेक्षा की गई है कि वह अपनी पत्नियों को चिकित्सा व्यवसाय में आने से रोके नहीं बल्कि इसके लिए प्रेरित करें.