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Samvad lekhan आँखों देखी बस दुर्घटना के संबंध में पिता और पुत्र के मध्य संवाद – संवाद लेखन

Aankhon dekhi bus durghatna mein pita aur putra ke Madhya samvad – samvad lekhan

पिता – क्या हुआ बेटा! विधालय से आने में इतना समय क्यों लगा|

पुत्र – पिता जी! हमारे विधालय का एक छात्र सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था| उसको अस्पताल ले जाने में ही समय लग गया|

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पिता – [घबराकर] वह छात्र कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ?

पुत्र – पिता जी! वह छात्र, बस से उतार रहा था तभी एक मोटरगाड़ी ने पीछे से आकर उसे टक्कर मार दी|

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पिता – कैसी तबीयत है उसकी?

पुत्र – वह छात्र बुरी तरह घायल हुआ है| उसके सिर में और हाथ में गहरी चोटें आयी हैं|

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पिता – बेटा! तुम ध्यान से गाड़ी से उतरा करो|गाड़ी से उतरते समय आगे पीछे देखकर उतरना चाहिए| आजकल सड़क दुर्घटनाएँ बहुत बढ़ गयी हैं|

पुत्र – पिता जी! सड़क दुर्घटनाएँ क्यों बढ़ रही हैं?
पिता – हम यातायात के नियमों का पालन नहीं करते हैं जिस कारण सड़क दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं| हमे यातायात के नियमों का पालन कर्ण चाहिए|

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