Ghar se nikalte samay kin baton ka dhyan rakhna chahiye?
जब भी हम घर से किसी खास कार्य को लक्ष्य बनाकर निकलते हैं, उस वक्त सीधा पैर पहले बाहर रखने से निश्चित ही आपको कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
यह परंपरा काफी पुरानी है, जिसे हमारे घर के बुजुर्ग समय समय पर बताते हैं। इस प्रथा के पीछे मनोवैज्ञानिक और धार्मिक कारण दोनों ही हैं।
धर्म शास्त्रों के अनुसार सीधा पैर पहले बाहर रखना शुभ माना जाता है। सभी धर्मों में दाएं अंग को खास महत्व दिया गया है। सीधे हाथ से किए जाने वाले शुभ कार्य ही देवी देवताओं द्वारा मान्य किए जाते हैं। देवी देवताओं की कृपा के बिना कोई भी व्यक्ति किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त नहीं कर सकता।
इसी कारण सभी पूजन कार्य सीधे हाथ से ही किए जाते हैं। जब भी घर से बाहर जाते हैं तो सीधा पैर ही पहले बाहर रखते हैं ताकि कार्य की ओर पहला कदम शुभ रहेगा तो सफलता अवश्य प्राप्त होगी।
इस परंपरा के पीछे एक तथ्य यह भी है कि इसका हम पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। सीधा पैर पहले बाहर रखने से हमें सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और मन प्रसन्न रहता है। इस बात का हम पर दिनभर प्रभाव रहता है। बाएं पैर को पहले बाहर निकालने पर हमारे विचार नकारात्मक बनते हैं।
हमारा पारम्परिक स्वास्तिक चिन्ह भी दाहिने ही घूमता है। हनुमान जी की आरती में भी है ‘बायें भुजा सब असुर संहारे, दाहिने भुजा सब संत जन उबारे’ अर्थात् अशुभ काम बायें और शुभ काम दाहिने हाथ से किया जाता है।