Advertisement

OLED क्या होता है? What is OLED? (in Hindi)

OLED क्या होता है?

चलिए, जरा अपनी कल्पना के घोड़ों को दौड़ायें और एक ऐसे हाइ डेफ़िनिशन high definition टेलिविज़न के बारे में सोचें जो कि तकरीबन 80 इंच चौड़ा हो और एक-चौथाई इंच से भी कम पतला हो। आज market में मौज़ूद अच्छे से अच्छे TV के मुकाबले मामूली बिजली खाता हो, और जिसे हम जब चाहें roll कर के अपने साथ कहीं भी ले जा सकें।

हमारी इस कल्पना को अगर कोई डीवाइस device पूरा कर सकने की क्षमता रखता है, तो वह है OLED

Advertisement

OLED का पूरा नाम ओरगनिक लाइट एमीटिंग डायोड Organic Light Emitting Diode है। इसे ओरगनिक एलईडी Organic LED, या Organic Electro-luminescent (organic EL) diode के नाम से भी जाना जाता है। Basically इसके अन्दर organic compound की एक electro luminescent film की परत होती है जिसमें से बिजली pass करने पर उसमें से light निकलती है। Organic परत को दो electrodes के बीच में रखा जाता है, जिनमें से एक electrode पारदर्शी (transparent) होता है।

क्या OLED LED से बेहतर होता है? Is OLED better than LED?

जी हां, OLED हर मायने में LED से बेहतर होता है। क्योंकि OLED खुद ही light emit करता है इसलिए उसमें किसी तरह की backlight की जरूरत नहीं होती है। LED के मुकाबले OLED का contrast ratio भी बहुत अच्छा होता है और viewing angle भी ज्यादा होता है, जिनकी वजह से किसी भी angle से हमें अच्छी picture quality मिल पाती है। कम बिजली की खपत, कम वजन, तेज response time और portability भी OLED को LED से एक बेहतर option बनाते हैं

Advertisement

OLED जितना महंगा है क्या उतनी कीमत वसूल हो पाती है? Is OLED worth the money?

इस प्रश्न का उत्तर person-to-person अलग-अलग हो सकता है। लेकिन एक बात पक्की है कि OLED mass consumption का item नहीं है। OLED अभी एक evolving technology है जिसे और अधिक बेहतर बनाने पर काम चल रहा है। समय के साथ-साथ OLED की कीमतों में कमी आ रही है लेकिन इसे regular consumers की जेब में आने में अभी कुछ समय और लगेगा। बाजार में अभी सबसे सस्ता OLED लगभग एक लाख रुपये का है, जो कि एक अच्छे LED की कीमत से ज्यादा ही है। लेकिन यदि आप colour, contrast, sharpness से भरपूर picture quality के दीवाने हैं और अगर आप afford कर सकते हैं तो OLED के experience से अचम्भित हो जायेंगे।

OLED इतना महंगा क्यूँ होता है? Why is OLED so expensive?

OLED बनाने के लिए जिन electro-luminescent materials की जरूरत होती है उसे दुनिया में दो-चार companies ही बना रही हैं। इनमें सबसे प्रमुख Cannon Tokki है और इसकी एक तरह से इस क्षेत्र में monopoly है। ये companies सीमित मात्रा में ही material supply करती हैं और क्योंकि इस field में competition नहीं के बराबर है, इसलिए उसके लिए मनचाहे दाम भी वसूलती हैं। यही कारण है कि Samsung, Appl, LG, जैसी companies के वो products जैसे TV, phone, watch आदि, जिनमें OLED का प्रयोग हुआ है, की कीमतें बहुत ज्यादा होती हैं।

Advertisement

क्या OLED आँखों को नुकसान पहुँचाता है? Is OLED bad for your eyes?

जी हां, OLED से हमारी आंखों को बिलकुल नुकसान पहुंचता है। OLED display में realistic images देने के लिए कई LEDs का प्रयोग किया जाता है। जब OLED पर कोई video या अन्य कोई display आता है तो इन LEDs की brightness को बढ़ाने या घटाने का कोई रास्ता नहीं होता है। ये LEDs या तो जलती हैं या बन्द होती हैं। इससे बचने के लिए companies अपने OLED TVs पर low-frequency dimming करती हैं जिससे screen पर flickering होता है। इस flickering के कारण हमारी आंखों पर दबाव पड़ता है तथा हमारा सिर भी दर्द करता है।

Flickering के अलावा OLEDs में से एक प्रकार की high energy visible light] जिसे blue light कहते हैं, भी निकलती है। Blue lights के ज्यादा exposure से हमारी आंखों के retina को भी नुकसान पहुंच सकता है।

कौन सी OLED टीवी स्क्रीन आँखों के लिए सबसे अच्छी है? Which TV screen is best for eyes?

ऐसी OLED स्क्रीन जिनमें flickering कम हो या जो flicker free हों, वो हमारी आंखों के लिए सबसे अच्छी हैं। साथ ही, OLED से जो blue light निकलती है वह भी बहुत कम होनी चाहिए। एक अच्छी OLED स्क्रीन में blue light threshold 50 प्रतिशत से भी कम होना चाहिए।

Advertisement

Advertisement

Leave a Reply