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सुप्रीम कोर्ट के 45वें चीफ जस्टिस बने दीपक मिश्रा

दिल्ली: न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुप्रीम कोर्ट के ४५ वे चीफ जस्टिस की शपथ दिलाई. न्यायमूर्ति जेएस केहर के बाद चीफ जस्टिस की कमान अब वे संभालेंगे. पूर्व चीफ जस्टिस जेएस केहर ने प्रधान न्यायाधीश पद पर अपने उत्तराधिकारी के रूप में न्यायमूर्ति मिश्रा के नाम की सिफारिश की थी.वहीं चीफ जस्टिस मिश्रा 14 महीने तक चीफ जस्टिस के पद पर रहेंगे. दो अक्टूबर, 2018 को वह रिटायर्ड हो जाएंगे.

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उल्लेखनीय है कि 27 अगस्त को न्यायमूर्ति जेएस केहर सेवानिवृत्त हो गए थे. चीफ जस्टिस मिश्रा देश के प्रधान न्यायाधीश बनने वाले ओडिशा के तीसरे व्यक्ति हैं। उनसे पहले ओडिशा से न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रंगनाथ मिश्रा और न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जीबी पटनायक प्रधान न्यायाधीश रह चुके हैं.

न्यायमूर्ति मिश्रा मुंबई श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के दोषी याकूब मेमन की मृत्युदंड पर रोक लगाने की याचिका खारिज करने वाली पीठ और निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले में दोषियों की मौत की सजा बरकरार रखने वाली पीठ के अध्यक्ष रहे हैं. तीन अक्टूबर, 1953 को जन्मे न्यायमूर्ति मिश्रा ने 14 फरवरी, 1977 को न्याय व्यवस्था में बतौर वकील प्रवेश किया और उन्होंने ओडिशा उच्च न्यायालय एवं सेवा न्यायाधिकरण में संवैधानिक, नागरिक, आपराधिक, राजस्व, सेवा एवं बिक्री कर मामलों के विशेषज्ञ वकील के तौर पर अपनी सेवाएं दीं.

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