नई दिल्ली: नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली.वेंकैया नायडू को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ दिलाई.शपथ से पहले सुबह वह राजघाट पहुंचे और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.वेंकैया नायडू की शपथ इसलिए भी दिलचस्प और यादगार रहेगी कि उन्होंने दक्षिण भारतीय होने के बावजूद हिंदी में शपथ ली. राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ.वेंकैया नायडू आजाद भारत में जन्म लेने वाले पहले उपराष्ट्रपति हैं. समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी,मनमोहन सिंह, राजनाथ सिंह,अमित शाह समेत सभी बड़े नेता मौजूद थे.
वेंकैया के शपथ के साथ ही देश के चार शीर्ष पदों राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा स्पीकर के पदों पर पहली बार भाजपा और संघ की विचारधारा से जुड़े लोग होंगे। शपथ के बाद सभापति के तौर पर राज्य सभा की कार्रवाई में हिस्सा लिया. इस अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में कहा कि वेंकैया नायडू सदन की हर बारीकी से परिचित हैं. वह ऐसे सभापति हैं जिन्हें सदन की कार्यवाही की पूरी जानकारी है.सार्वजनिक जीवन में वह जेपी आंदोलन की उपज रहे हैं. विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने वेंकैया नायडू को बधाई देते हुए कहा कि भले ही आप एक पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं, लेकिन अब आपको इस पद पर रहकर न्याय करना है. इस पद पर इंसान सिर्फ इंसान होता है, न्याय करते वक्त न धर्म होता है, न ही उसकी पार्टी होती है.