सुभाष देशमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप, विपक्ष इस्तीफे पर अड़ा
मुंबई: प्रधानमंत्री निर्माण प्रकाश मेहता के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला और उनके इस्तीफे की मांग करने के बाद विपक्षी कांग्रेस एनसीपी ने उद्योग मंत्री सुभाष देशमुख को अपना निशाना बनाया और आरोप लगाया कि उन्होंने एमआई डीसी चार सौ एकड़ युक्त भूमि लेनदेन के मामले में कानून को ऊपर आला रखा था। राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता धननाजे मुंडे ने आरोप लगाया कि नासिक में 400 एकड़ में शामिल एक क्षेत्र भूमि को मंत्री सुभाष देशमुख ने उसके मालिक को वापस कर दिया और सभी कानून को ताक पर रखते हुए स्वीकृति दी गई।नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि उद्योग मंत्री सुभाष देशमुख ने जो भ्रष्टाचार है इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाए और उन्हें उनके पद से हटाया जाए। इस मामले को लेकर विपक्ष ने परिषद में हंगामा भी किया जिसके कारण कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।इसी बीच मंत्री निर्माण के इस्तीफे का मामला फिर विधानसभा में गूंजा जिस पर सदन की कार्यवाही एक बार स्थगित किया गया जिसमें केपरकाश मेहता ने अखबार नोीतियों से बातचीत करते हुए कहा कि वह इस मामले में निर्दोष है और यदि मुख्यमंत्री कहे तो वह इस्तीफा देने और हर जांच के लिए तैयार हैं। तथा दौरान जांच वे अपने पद पर कायम नहीं रहेंगे।