मुंबई। अनिल अंबानी ने मुकेश अंबानी के रिलायंस जियो पर निशाना साधते हुए कहा कि टेलीकाम सेक्टर इस समय ‘आईसीसीयू’ में हैं और सरकार और लेंडर्स जोखिम से गुजर रहे हैं. अनिल अंबानी ने यह भी कहा कि बाजार में सिर्फ एक कपंनी का दबदबा बढ़ता जा रहा है.
अनिल अंबानी ने कहा कि मार्च 2018 तक वो रिलायंस कम्यूनिकेशन को इस मुश्किल से बाहर निकाल लाएंगे. कंपनी के निवेशक उनके साथ हैं. रिलायंस जियो के मार्केट में आने के बाद से बाजार में प्रतिस्पार्धाएं सीमित हो गई हैं और मुझे डर है कि कहीं ये जल्द ही किसी एक कंपनी के दबदबे में न बदल जाए.
सरकार के लिए भी खतरा है ये रिलायंस कम्यूनिकेशन की सालाना बैठक को संबोधित करते हुए अनिल अंबानी ने कहा कि मोबाइल और वायरलेस सेक्टर को आप चाहें जिस लिहाज से देखिए, ये आज आईसीसीयू में पहुंच चुके हैं.
बता दें कि टेलीकाम सेक्टर में एक समय में 12 कंपनियां एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रही थी लेकिन रिलायंस जिओ के प्रवेश के बाद इस समय केवल 6 कंपनियां पहुंची है. कई कंपनियों मार्केट से बाहर निकल गई तो कई को मार्केट में बने के लिए मर्जर का सहारा लेना पड़ा.
आरकॉम की एनुअल जनरल मीटिंग में अनिल अंबानी ने कहा, वायरलेस और मोबिलिटी सेक्टर को आप किसी भी आयाम से देखें, वो जनरल वॉर्ड में नहीं है और न ही ICU में है बल्कि वह ICCU में है.
वहीं, दूसरी ओर आरइंफ्रा की एजीएम बैठक में अनिल अंबानी ने कहा कि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर एक खरब की रक्षा प्रोजेक्ट्स में हिस्सा लेने के लिये जापानी कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है और रिलायंस नेवल और इंजीनियरिंग के लिये राइट्स इश्यू जारी करने की भी योजना बना रहा है.
उन्होंने कहा कि अप्रैल में रिवर्ज बैंक के सतर्क करने के बाद दूरसंचार क्षेत्र को नया कर्ज देना पूरी तरह से बंद है.अनिल ने सवाल किया कि एक समय पूरी चमक के साथ काम करने वाला यह क्षेत्र अपने सेवाओं में गुणवत्ता को बरकरार रख सकता है. क्षेत्र को इसके लिये 1,000 अरब रुपये के निवेश की आवश्यकता है.