याददाश्त बढ़ाने के लिए अखरोट के अलावा घरेलु नुस्खे (Home Remedies in Hindi for Memory)
अक्सर हम छोटी-छोटी बातें भूल जाया करते हैं। भूलने की आदत हर किसी को होती है, लेकिन हद तो तब हो जाती है जब जरूरी बातें भी याद नहीं रहती। यदि आपको भी ऐसा लगता है कि आपकी याददाश्त कमजोर हो रही है तो कुछ घरेलू टिप्स अपना कर इससे निजात पाई जा सकती है। इन्हें खाने से दिमाग की ताकत तो बढ़ती है साथ ही अल्जाइमर रोग भी नहीं होता है।
अखरोट
रोज अखरोट खाने से पोषक तत्वों की कमी दूर हो जाती है। साथ ही, सेहत से जुड़ी कई समस्याएं भी खत्म होती है। अखरोट में ओमेगा 3, फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर और एंटी-आक्सीडेंट अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। थोड़ी अखरोट रोज खाने से याददाश्त बढ़ती है।
टमाटर
खट्टा-मीठा टमाटर खाने के जायके को बढ़ाता है। टमाटर में प्रोटीन, विटामिन, वसा आदि पाए जाते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है। टमाटर में लाइकोपीन होता है। यह शरीर की फ्री रैडिकल्स से रक्षा करता है। साथ ही, यह ब्रेन की सेल्स को डैमेज होने से भी बचाता है।
दही
दही में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, खनिज, लवण, कैल्शियम और फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। दही का नियमित सेवन करने से कई लाभ होते हैं। यह शरीर में लाभदायी जीवाणुओं की बढ़ोत्तरी करता है और हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है। इसमें अमीनो एसिड पाया जाता है, जिससे दिमागी तनाव दूर होता है और याददाश्त बढ़ती है।
जायफल
जायफल को अपने विशेष स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है। इसमें ऐसे तत्व होते हैं, जो दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। साथ ही, याददाश्त को बेहतर बनाते हैं।
तुलसी
तुलसी का उपयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है। यह कई बीमारियों में औषधि का काम करती है। रोजाना तुलसी के 2-4 पत्ते खाने से बार-बार भूलने की बीमारी दूर हो जाती है।
केसर
केसर एक ऐसा मसाला है जो खाने के स्वाद को दोगुना कर देता है। केसर का उपयोग अनिद्रा दूर करने वाली दवाओं में किया जाता है। इसके सेवन से मस्तिष्क ऊर्जावान रहता है।
चाय
चाय में पाया जाने वाला पॉलीफिनॉल दिमाग को संतुलित रखने में मदद करता है। यह दिमाग को शांत और एकाग्र भी बनाता है। ग्रीन टी भी गुणों से भरपूर है। इसमें बहुत अधिक मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसीलिए इसके नियमित सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है। दिन भर में दो से तीन कप ग्रीन टी पीने से याददाश्त बढ़ती है।
हल्दी
हल्दी दिमाग के लिए एक अच्छी औषधि है। यह सिर्फ खाने के स्वाद और रंग में ही इजाफा नहीं करती है, बल्कि दिमाग को भी स्वस्थ रखती है। इसके नियमित सेवन से अल्जाइमर रोग नहीं होता है। साथ ही, यह दिमाग की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को रिपेयर करने का भी काम करती है।
अजवाइन की पत्तियां
यदि आप अपने खाने को अलग फ्लेवर देना चाहते हैं, तो अजवाइन की पत्तियों का उपयोग करें। अजवाइन की पत्तियां शरीर को स्वस्थ और जवान बनाए रखने में मदद करती हैं। दरअसल, अजवाइन की पत्तियों में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसीलिए यह दिमाग के लिए औषधि की तरह काम करती हैं। यही कारण है कि अरोमा थेरेपी में भी इसका उपयोग किया जाता है।
काली मिर्च
काली मिर्च में पेपरिन नाम का रसायन पाया जाता है। यह रसायन शरीर और दिमाग की कोशिकाओं को रिलैक्स करता है। डिप्रेशन में यह रसायन जादू-सा काम करता है, इसलिए यदि आप अपने दिमाग को स्वस्थ बनाए रखना चाहते हैं, तो खाने में काली मिर्च का उपयोग करें।
दालचीनी
अल्जाइमर रोगियों के लिए दालचीनी एक जबरदस्त दवा है। दालचीनी के नियमित सेवन से याददाश्त बढ़ती है और दिमाग स्वस्थ रहता है।
स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी अपनी मनमोहक सुगंध के कारण पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय है। इसका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। स्ट्रॉबेरी मिल्क शेक, आइसक्रीम आदि का स्वाद भी बढ़ाती है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो मेमोरी लॉस से बचाने का काम करते हैं।