धरती पर रहने वाले आम लोग भी अब जल्द ही मंगल ग्रह का सैर कर पायेंगे. संयुक्त अरब अमीरात ने मंगल ग्रह पर साल 2117 तक पहला शहर बसाने की योजना पेश की है. इसके पीछे ख़ास वजह ये है कि UAE लोगों को इस लाल ग्रह का शैर करवाना चाहता है.
आपको बतादें कि 100 साल की इस राष्ट्रीय परियोजना के बारे में UAE के उप राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री तथा दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मख्तूम और अबू धाबी के शहजादे एवं यूएई के उप सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने आज ही ऐलान किया है. UAE इस परियोजना को अंतररास्ट्रीय संगठनो और वैज्ञानिक संगठनो की मदद से पूरा करेगा.
मालूम हो कि 5 नवम्बर 2013 को मार्स ऑरबाइटल मिशन के तहत मंगल पर एक यान भेजा गया था. जिसका नाम मंगलयान रखा गया था. इस पूरे मिशन में कुल 450 करोड़ की लागत आई थी. भारतीय वैज्ञानिक संस्थान इसरो के अनुसार इस यान को मंगल के चक्कर लगाते हुए अभी केवल 15 महीने ही बीते है. वैज्ञानिकों के मुताबिक ये यान अभी कम से कम आने वाले 10 साल तक मंगल ग्रह की परिक्रमा कर सकता है.
वही UAE ने एक नेशनल कैडर बनाने का योजना बनाया है. जिसके जरिये कुछ दशकों में वैज्ञानिक लोगों को मंगल पर भेजने में सफलता हासिल कर लेंगे. आपको बतादें कि दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन से हट कर इस योजना का ऐलान किया गया है. सम्मलेन के दौरान 138 देशों के, 6 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों तथा प्रौद्योगिकी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थें. शेख मोहम्मद बिन राशिद ने कहा कि, “दूसरे ग्रहों पर कदम रखना इंसानों का पुराना ख्वाब रहा है. हमारा मकसद यह है कि यूएई इस ख्वाब को हकीकत में बदलने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को मजबूती दे.”
अगर यह योजना सफल होती है तो इसमें कोई दो मत नहीं है कि ऐसा करने वाला UAE सबसे पहला देश होगा. इस तरह के क्षेत्र में UAE का हमेशा से रुझान देखने को मिला है. गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले संयुक्त अरब अमीरात ने 2006 में प्रदूषण रहित मसदर हाई टेक शहर को बनाने के लिए नीव रखी थी. मसदर शहर ऐसा पहला शहर है जो पूरी तरह प्रदूषण मुक्त है.