![चाणक्य नीति न कोई किसी का मित्र है और न ही शत्रु, कार्यवश ही लोग मित्र और शत्रु बनते हैं](https://hindivarta.com/wp-content/uploads/2016/07/चाणक्य-नीति-न-कोई-किसी-का-मित्र-है-और-न-ही-शत्रु-कार्यवश-ही-लोग-मित्र-और-शत्रु-बनते-हैं.jpg)
चाणक्य के इस सूत्र को अपना कर आप अपने किसी भी शत्रु को पराजित कर सकते हैं !
Chanakya Neeti – Shatru (Shatruta) par Chanakya ke anmol vichar Advertisement बहूनां चैव सत्तवानां रिपुञ्जयः । वर्षान्धाराधरो मेधस्तृणैरपि निवार्यते॥ शत्रु चाहे कितना बलवान [...]