Maa Durga ka vahan Sher kyon hai?
भक्तों की रक्षा के लिए दुष्टों का संहार करने वाली मां दुर्गा को हम सिंह पर विराजित देखते हैं। मां दुर्गा बुराईयों पर विजय का प्रतीक है। दुर्गा का वाहन सिंह उग्रता और हिंसक प्रवृत्तियों का प्रतीक माना जाता है। मां दुर्गा सिंह पर सवार है इसका मतलब यही है कि जो उग्रता और हिंसक प्रवृत्तियों पर नियंत्रण पा सकता है वही शक्ति है।
मां दुर्गा हमें यही संदेश देती हैं कि जीवन में बुराई और अधर्म पर नियंत्रण कर हम भी शक्ति संपन्न बन सकते हैं। जब हम अधर्म पर नियंत्रण कर धर्म की राह पर चलेंगे तो भगवान को पाना उतना ही आसान हो सकता है। परमात्मा की शक्ति का प्रतीक देवी है। बिना शक्ति के परमात्मा भी अधूरे हैं।
एक सिंह काफी भूखा था, वह भोजन की तलाश में वहां पहुंचा जहां देवी उमा तपस्या कर रही होती हैं। देवी को देखकर सिंह की भूख बढ़ जाती है परंतु वह देवी के तपस्या से उठने का इंतजार करते हुए वहीं बैठ जाता है। इस इंतजार में वह काफी कमज़ोर हो जाता है। देवी जब तप से उठती हैं तो सिंह की दशा देखकर उन्हें उस पर बहुत दया आती है और माँ उसे अपनी सवारी बना लेती हैं क्योंकि एक प्रकार से मां के समान ही उसने भी तपस्या की हाेती है।
माता ने शेर की प्रतीक्षा को एक तपस्या से कम नहीं समझा और उसे वरदान के रूप में अपना वाहन के तौर पर अपने साथ रहने का आशीर्वाद दे दिया! और शेर माँ दुर्गा का वाहन बन गया!