साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi चलो इक बार फिर से अज़नबी बन जाएँ हम दोनों 2020-08-272020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – chalo ek bar fir se ajnabee ban jayen ham donon चलो इक बार फिर से अज़नबी बन जाएँ हम [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi ख़ुद्दारियों के ख़ून को अरज़ाँ न कर सके 2020-08-262020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Khuddaariyon Ke Khoon Ko Arajaan N Kar Sake ख़ुद्दारियों के ख़ून को अरज़ाँ न कर सके हम अपने जौहरों [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi बाएँ से उड़के दाईं दिशा को गरुड़ गया 2020-08-262020-08-21Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Baayen Se Udake Daayeen Disha Ko Garur Gaya बाएँ से उड़के दाईं दिशा को गरुड़ गया कैसा शगुन हुआ [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi एक मुलाक़ात, कि आज तेरे ख़यालों में खो गया हूँ मैं 2020-08-252020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Ek Mulakat, ki aaj tere khayalon mein kho gaya hoon main तिरी तड़प से न तड़पा था मेरा दिल,लेकिन [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए 2020-08-252022-11-08Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Ho Gaee Hai Peer Parvat si pighalni chahiye हो गई है पीर पर्वत-सी हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi चांदनी छत पे चल रही होगी 2020-08-252020-09-03Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Chaandani Chhat Pe Chal Rahi Hogi चांदनी छत पे चल रही होगी अब अकेली टहल रही होगी फिर मेरा [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi तुमको निहारता हूँ सुबह से ऋतम्बरा 2020-08-252022-10-05Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Tumako Nihaarataa Hoon Subah Se Rritambaraa तुमको निहारता हूँ सुबह से ऋतम्बरा अब शाम हो रही है मगर मन [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi मेरे नदीम मेरे हमसफ़र उदास न हो 2020-08-242020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – mere nadeem mere hamsafar Udaas Na Ho मेरे नदीम मेरे हमसफ़र उदास न हो कठिन सही तेरी मन्जिल मगर [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi अब न इन ऊंचे मकानों में क़दम रक्खूंगा 2020-08-232020-09-04Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Isi Dorahe Par – ab na in oonche makaanon mein kadam rakkhoonga अब न इन ऊंचे मकानों में क़दम [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi ये ज़ुबाँ हमसे सी नहीं जाती 2020-08-232020-09-03Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Ye Zubaan Hamase See Nahin Jaatee ये ज़ुबाँ हमसे सी नहीं जाती ज़िन्दगी है कि जी नहीं जाती इन [...]