साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi लब पे पाबन्दी नहीं एहसास पे पहरा तो है 2020-08-142020-08-14Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Lab Pe Paabandi Nahin Ehasaas Pe Pahra To Hai लब पे पाबन्दी नहीं एहसास पे पहरा तो है फिर [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi आग जलती रहे 2020-08-142020-07-24Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Aag Jalatii Rahe एक तीखी आँच ने इस जन्म का हर पल छुआ, आता हुआ दिन छुआ हाथों से [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi यूँ अचानक तेरी आवाज़ कहीं से आई 2020-08-142020-08-14Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Yun achanak teri aavaj kahin se aai रात सुनसान थी, बोझल थी फज़ा की साँसें रूह पे छाये थे [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi इस रास्ते के नाम लिखो एक शाम और 2020-08-132020-08-13Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Is Raaste Ke Naam Likho Ek Shaam Aur इस रास्ते के नाम लिखो एक शाम और या इसमें रौशनी [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi शिकस्त अपने सीने से लगाये हुये उम्मीद की लाश 2020-08-132020-08-13Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Shikast apane seene se lagaaye huye ummeed ki laash अपने सीने से लगाये हुये उम्मीद की लाश मुद्दतों ज़ीस्त [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi मेरे स्वप्न तुम्हारे पास सहारा पाने आएँगे 2020-08-132020-07-24Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Mere Svapn Tumhaare Paas Sahaaraa Paane Aaenge मेरे स्वप्न तुम्हारे पास सहारा पाने आएँगे इस बूढ़े पीपल की छाया [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi मत कहो, आकाश में कुहरा घना है 2020-08-132020-08-12Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Mat Kaho Aakaash Mein Kuhara Ghana Hai मत कहो, आकाश में कुहरा घना है, यह किसी की व्यक्तिगत आलोचना [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi बहुत सँभाल के रक्खी तो पाएमाल हुई 2020-08-132020-08-13Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Bahut Sambhaal Ke Rakkhi To Paayemal Hui बहुत सँभाल के रक्खी तो पाएमाल हुई सड़क पे फेंक दी तो [...]
साहिर लुधियानवी Shayari in Hindi सज़ा का हाल सुनाये जज़ा की बात करें 2020-08-122020-08-12Manjit Singh Comment Sahir Ludhianvi shayari – Sajaa Kaa Haal Sunaaye Jajaa Kii Baat Karen सज़ा का हाल सुनाये जज़ा की बात करें ख़ुदा मिला हो [...]
दुष्यंत कुमार Shayari in Hindi घंटियों की आवाज़ कानों तक पहुँचती है 2020-08-122020-07-24Manjit Singh Comment Dushyant Kumar shayari – Ghantiyon Kii Aavaaj Kaanon Tak Pahunchatii Hai घंटियों की आवाज़ कानों तक पहुँचती है एक नदी जैसे दहानों तक [...]