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वन वृक्षों से हमें क्या सीख मिलती है, जानिए चाणक्य की नीतियां

अनवस्थितकायस्य न जने न वने सुखम्। जनो दहति संसर्गाद् वनं सगविवर्जनात॥ जिसका चित्त स्थिर नहीं होता, उस व्यक्ति को न तो लोगों के [...]

चाणक्य के इस सूत्र को अपना कर आप अपने किसी भी शत्रु को पराजित कर सकते हैं !

Chanakya Neeti – Shatru (Shatruta) par Chanakya ke anmol vichar Advertisement बहूनां चैव सत्तवानां रिपुञ्जयः । वर्षान्धाराधरो मेधस्तृणैरपि निवार्यते॥ शत्रु चाहे कितना बलवान [...]

चाणक्य के अनुसार सुयोग्य पुत्र की पहचान कुछ ऐसे करें

एकेनापि सुवर्ण पुष्पितेन सुगन्धिता। वसितं तद्वनं सर्वं सुपुत्रेण कुलं यथा॥ जिस प्रकार वन में सुन्दर खिले हुए फूलोंवाला एक ही वृक्ष अपनी सुगन्ध [...]

माँ से जुड़े ये अनोखे राज जो चाणक्य ने हम सभी को बताये

राजपत्नी गुरोः पत्नी मित्रपत्नी तथैव च। पत्नीमाता स्वमाता च पञ्चैताः मातर स्मृताः॥ राजा की पत्नी, गुरु की पत्नी, मित्र की पत्नी, पत्नी की [...]

शिक्षकों के लिए चाणक्य के ये उपदेश जो उन्हें एक अच्छा शिष्य पहचानने में मददगार होंगे

मूर्खशिष्योपदेशेन दुष्टास्त्रीभरणेन च। दुःखितैः सम्प्रयोगेण पण्डितोऽप्यवसीदति॥ मूर्ख शिष्य को पढ़ाने पर , दुष्ट स्त्री के साथ जीवन बिताने पर तथा दुःखियों- रोगियों के [...]

विद्या के महत्व पर आचार्य चाणक्य से अनमोल विचार

  कामधेनुगुणा विद्या ह्ययकाले फलदायिनी। प्रवासे मातृसदृशा विद्या गुप्तं धनं स्मृतम्॥ विद्या कामधेनु के समान गुणोंवाली है, बुरे समय में भी फल देनेवाली [...]

आत्म-सम्मान की रक्षा से जुड़ी ये अहम् बातें जो चाणक्य ने सबसे पहले बताई

यस्मिन् देशे न सम्मानो न वृत्तिर्न च बान्धवाः। न च विद्यागमोऽप्यस्ति वासस्तत्र न कारयेत् ॥ जिस देश में सम्मान न हो, जहाँ कोई [...]

विनाश का समय आने पर बुद्धि विपरीत हो जाती है – चाणक्य नीति

गतं शोको न कर्तव्यं भविष्यं नैव चिन्तयेत्। वर्तमानेन कालेन प्रवर्तन्ते विचक्षणाः॥ बीती बात पर दुःख नहीं करना चाहिए । भविष्य के विषय में [...]
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