Pinjar Rabindranath Tagore 2020-05-132020-05-30Simi B Comment पिंजर रवींद्रनाथ टैगोर जब मैं पढ़ाई की पुस्तकें समाप्त कर चुका तो मेरे पिता ने मुझे वैद्यक सिखानी चाही और इस काम के [...]
Poos Ki Raat Premchand 2020-05-132020-05-30Simi B Comment पूस की रात प्रेमचंद्र हल्कू ने आकर स्त्री से कहा- सहना आया है, लाओ, जो रुपये रखे हैं, उसे दे दूँ, किसी तरह [...]
कबीर सुता क्या करे, जागी न जपे मुरारी कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi 2020-05-102020-05-21RituV Comment कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कबीर सुता क्या करे, जागी न जपे मुरारी । एक दिन तू भी सोवेगा, लम्बे [...]
कबीरा ते नर अँध है, गुरु को कहते और कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi 2020-05-102020-05-10RituV Comment कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कबीरा ते नर अँध है, गुरु को कहते और । हरि रूठे गुरु ठौर है, [...]
कबीरा सोई पीर है, जो जाने पर पीर कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi 2020-05-102020-05-21RituV Comment कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi कबीरा सोई पीर है, जो जाने पर पीर । जो पर पीर न जानही, सो [...]
प्रेम पियाला जो पिए, सिस दक्षिणा देय कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi 2020-05-102020-05-21RituV Comment कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi प्रेम पियाला जो पिए, सिस दक्षिणा देय । लोभी शीश न दे सके, नाम प्रेम [...]
नहाये धोये क्या हुआ, जो मन मैल न जाए कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi 2020-05-102020-05-21RituV 1 कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi नहाये धोये क्या हुआ, जो मन मैल न जाए । मीन सदा जल में रहे, [...]
जब मैं था तब हरी नहीं, अब हरी है मैं नाही कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi 2020-05-102020-05-21RituV Comment कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi जब मैं था तब हरी नहीं, अब हरी है मैं नाही । सब अँधियारा मिट [...]
पाछे दिन पाछे गए हरी से किया न हेत कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi 2020-05-102020-05-21RituV Comment कबीर के दोहे Kabir ke dohe in Hindi पाछे दिन पाछे गए हरी से किया न हेत । अब पछताए होत क्या, चिडिया [...]
जिन घर साधू न पुजिये, घर की सेवा नाही कबीर के दोहे Kabir ke dohe in hindi 2020-05-102020-05-21RituV Comment कबीर के दोहे Kabir ke dohe in hindi जिन घर साधू न पुजिये, घर की सेवा नाही । ते घर मरघट जानिए, भुत [...]