Hindi Vyakaran

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न हरीफ़े जाँ न शरीक़े-ग़म शबे-इंतज़ार कोई तो हो – अहमद फ़राज़ शायरी

न हरीफ़े जाँ न शरीक़े-ग़म शबे-इंतज़ार कोई तो हो न हरीफ़े-जाँ न शरीक़े-ग़म शबे-इन्तज़ार कोई तो हो किसे बज़्मे-शौक़ में लाएँ हम दिले-बेक़रार [...]
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