अपठित गद्यांश – भारत में शिक्षा की अवस्था 2020-03-282020-03-28RituV Comment Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage तत्ववेत्ता शिक्षाविदों के अनुसार विद्या दो प्रकार की होती है। प्रथम वह, जो हमें जीवन-यापन [...]
अपठित गद्यांश – बुद्ध जाति प्रथा के विरोधी थे 2020-03-282020-03-28RituV Comment Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage वैदिक युग भारत का प्राय: सबसे अधिक स्वाभाविक काल था। यही कारण है कि आज [...]
अपठित गद्यांश – सभ्यता का विकास आदर्श चरित्र से ही संभव है 2020-03-282020-03-28RituV 1 Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage भारतीय धर्मनीति के प्रणेता नैतिक मूल्यों के प्रति अधिक जागरूक थे। उनकी यह धारणा थी [...]
अपठित गद्यांश – पुस्तकें सच्ची मित्र होती हैं 2020-03-252022-03-06RituV Comment Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage पुस्तकें सच्ची मित्र होती हैं. अब तक मैं यही समझता था. परंतु उस दिन मेरी [...]
अपठित गद्यांश – संगति का प्रभाव 2020-03-252022-03-06RituV Comment Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage सत्संग से लौकिक और पारलौकिक दोनों प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं. यदि कोई मनुष्य [...]
अपठित गद्यांश – साहसी मनुष्य का जीवन ही सच्चा जीवन होता है 2020-03-252022-03-06RituV Comment Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage साहसी मनुष्य का जीवन ही सच्चा जीवन होता है. साहसी मनुष्य अपने उद्देश्य के लिए [...]