Apathit Gadyansh with Answers in Hindi unseen passage
विद्यार्थियों की अनुशासनहीनता का मुख्य कारण माता-पिता की ढिलाई मानते हैं. माता पिता के संस्कार ही बच्चे पर पढ़ते हैं. बच्चे की प्राथमिक पाठशाला घर होती है. घर का वातावरण ही दोषपूर्ण है तो उसके संस्कार उन्नत कैसे हो सकते हैं? पहले तो प्यार के कारण माता-पिता बच्चों के खराब व्यवहार, शिष्टता और खराब भाषा की ओर ध्यान नहीं देते, किंतु जब हाथी के दांत बाहर निकल आते हैं तो उन्हें चिंता होती है और वह विद्यालय और शिक्षकों की आलोचना करना आरंभ कर देते हैं. बच्चों के गलत व्यवहार और संस्कारों का एक कारण हमारी दोषपूर्ण शिक्षा प्रणाली भी है, जिसमें नैतिक या चरित्रिक शिक्षा का कोई स्थान नहीं है. पहले विद्यार्थी को दंड का भय बना रहता था, शारीरिक दंड देना अपराध माना जाता है; शिक्षक केवल जबानी जमा खर्च ही कर सकते हैं. पश्चिमी संगीत, नृत्य पता चल चित्रों ने भी विद्यार्थियों को बहुत हानि पहुंचाई है. इनके कारण उनमें चारित्रिक दृढ़ता न रहकर उच्छृंखलता इस सीमा तक बढ़ गई है कि यदि सीमा रहते इस और ध्यान न दिया गया तो देश का भविष्य ही अंधकार पूर्ण हो सकता है.
उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
- अपठित गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए.
- माता-पिता की ढिलाई का विद्यार्थियों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है?
- आधुनिक शिक्षा प्रणाली अनुशासनहीनता को कैसे बढ़ावा दे रही है?
- ” किंतु जब हाथी के दांत बाहर निकल आते हैं तो उन्हें चिंता होती है ” – इस कथन का आशय बताइए.
- छात्रों में बढ़ती उच्छृंखलता के मुख्य कारण क्या है?
उत्तर–
- अपठित गद्यांश का शीर्षक – छात्रों में बढ़ती अनुशासनहीनता के कारण
- माता-पिता की ढिलाई के कारण बच्चे अनुशासन हीन और उच्छृंखल हो जाते हैं.
- आधुनिक शिक्षा प्रणाली में नैतिक तथा चारित्रिक शिक्षा की अपेक्षा की जाती है. दूसरी ओर शारीरिक दंड भी छात्रों को अब नहीं दिया जा सकता. इन दोनों कारणों से छात्रों में अनुशासनहीनता बढ़ती जा रही है.
- जब बच्चों की अनुशासनहीनता अमर्यादित हो जाती है तब माता-पिता कोचीन.
- छात्रों में बढ़ती उच्छृंखलता के कई कारण है – माता-पिता की ढिलाई के कारण आए कुसंस्कार, दोषपूर्ण शिक्षा प्रणाली, एवं पश्चिमी संगीत, नृत्य और चलचित्र का दुष्प्रभाव.