Kis Kadhe Ke Istemal Se Dur Ho Jati Hai Khaj Aur Khujli
मौसम का अनुकूल ना होना हमारे शरीर के तापमान के साथ-साथ हमारी त्वचा को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।
त्वचा पर रैश होना, खुजली होना, कुछ ऐसे ही परिणाम हैं जो मौसम के बिगड़ने पर हमारे शरीर को झेलने पड़ते हैं। इसके अलावा रक्त की परेशानी का प्रभाव भी सीधे हमारी त्वचा पर ही पड़ता है।
आज हम आपको काढ़े के रूप में एक ऐसे घरेलू नुस्खे से परिचित करवाने जा रहे हैं, जो आपकी त्वचा के बहुत से रोगों के लिए रामबाण इलाज साबित हो सकता है।
काढ़ा बनाने के लिए जिन सामग्रियों की जरूरत आपको पड़ेगी उनमें चिरायता, कुटकी, शतारा, उसबा, उन्नाब, गौरख मुंडी, काली मिर्च, खुशबा, शामिल हैं।
इन सभी सामग्रियों को एक साथ कूटकर रख लें। काढ़ा बनाने में किस पदार्थ की मात्रा ज्यादा जाती है और किसकी कम इस बात से कोई अंतर नहीं पड़ता इसलिए परेशान होने की कोई बात नहीं है।
आपको ये सारा सामान आयुर्वेद के सामान की दुकान से आसानी से मिल जाएगा।
पिसी हुई सामग्री को रोजाना रात को एक बड़ा चम्मच या 3 छोटे चम्मच, 2 गिलास पानी में भिगोकर रख दें।
अगले दिन सुबह उठकर इस पानी को चाय की तरह 3-4 बार उबालें और फिर थोड़ा सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले पी लें।
इस काढ़े को पीने के करीब 1 घंटे तक कुछ और नहीं खाना है। अगर पहले वाला काढ़ा बच गया है तो उसे फेंक दें, अगले दिन फिर नया काढ़ा बनाएं।
इस काढ़े को प्रतिदिन करीब 6-8 माह तक पीना है, वैसे 2 महीने में ही आपको फर्क महसूस होने लगेगा।
इस काढ़े को पीने के साथ-साथ एक चुटकी पोटैशियम परमैगनेट को नहाने के पानी में डालकर नहाएंगे तो यह शरीर पर मौजूद से एग्जिमा के बैक्टेरिया को भी नष्ट कर देता है।
ये दोनों ही बहुत कारगर उपाय हैं, जिनसे आप त्वचा रोग से मुक्ति पा सकते हैं।