भागलपुर : बटेश्वर गंगा पंप नहर परियोजना को पूरी करने के लिए 80 बैठकें और 828.80 करोड़ खर्च हुए हैं. उद्घाटन से पूर्व बांध का ध्वस्त हो गया. इससे बिहार सरकार को लगा जबरदस्त झटका,सीएम नीतीश कुमार बांध का उद्घाटन करने वाले थे.
वहीं इसपर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि जल संसाधन विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा है. मुख्यमंत्री जी इस विभाग के भ्रष्टाचार पर ना जाने क्यों चुप रहते हैं? तेजस्वी का इशारा जल संसाधन मंत्री ललन सिंह की तरफ़ है जो नीतीश के काफ़ी क़रीबी हैं.
जिस तरह से उद्घाटन से पूर्व नहर की पक्की दीवार ट्रायल के दौरान ही ध्वस्त हो गयी, यह अपने आप में हैरान करनेवाली घटना है. इसकी सत्ययता की जांच नहीं की गयी.ऐसे भी इस परियोजना से घपला-घोटाले के संकेत मिल रहे हैं.
सीएम नीतीश कुमार के कहलगांव आगमन को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गयी थी. आमसभा के लिए शारदा पाठशाला के मैदान में 2500 लोगों के बैठने के लिए 80 फीट चौड़ा तथा 240 फीट लंबा हैंगर पंडाल एवं 25 लोगों की क्षमता वाले 40फीट लंबा व 40 फीट चौड़ा मंच तैयार किया गया था.
डीएम के आदेशानुसार परियोजना के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी देने के लिए सिविल एवं मैकेनिकल अलग–अलग अभियंता को तैयार किया गया था.इससे पूर्व जून में परियोजना की आधी अधूरी तैयारी के बीच ही विभाग द्वारा उद्घाटन की योजना बनी थी.
बटेश्वरस्थान गंगा पंप नहर परियोजना लिफ्ट इरिगेशन योजना है. इसके तहत बिहार के भागलपुर जिले में 18620 हेक्टेयर और झारखंड के गोड्डा जिले में 4038 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की योजना है. भागलपुर के कहलगांव प्रखंड में गंगा नदी के संगम के पास एक पंप हाउस बनाया गया है.
इससे 17 मीटर पानी लिफ्ट कर उच्चस्तरीय मुख्य नहर और इससे जुड़ी वितरणियों में सिंचाई सुविधा के लिए पानी उपलब्ध करवाया जायेगा. साथ ही इससे करीब डेढ़ किमी की दूरी पर शिवकुमारी पहाड़ी के पास दूसरा पंप हाउस बनाया गया है.