लखनऊ/बनारस: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय मे छेड़खानी के विरोध को लेकर पैदा तनाव के चौथे दिन 1000 छात्र – छात्राओं पर केस दर्ज कर दिया गया है. वहीं घटना को लेकर राज्य सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की है.
लंका इलाके के एसओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है. एसएसपी ने भेलूपुर के सीओ निवेश कटियार को भी उनके पद से हटा दिया है. उधर प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी लाठीचार्ज की घटना को लेकर रिपोर्ट मांगी है. इस बीच बीएचयू में छुट्टी की घोषणा कर दी गयी है.
फिलहाल बीएचयू परिसर में आवागमन बहाल हो चुका है लेकिन अंदर पीएसी के हजारों जवान तैनात है.सुरक्षा पुख्ता करने की मांग कर रही छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है.
गौरतलब है कि छात्रा इस बात पर अड़े थे कि वीसी धरनास्थल पर आकर छात्राओं के साथ बात करें. इस बीच पुलिस ने लाठी चार्ज कर दी. उसके बाद कैंपस का पूरा माहौल बिगड़ गया. छात्राओं के इस आंदोलन में छात्र भी कूद पड़े.
बीएचयू में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आये कांग्रेस नेता राजब्बर को एयरपोर्ट के समीप ही रोक लिया गया. पुलिस ने राजबब्बर और पीएल पुनिया सहित कई कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया. राजबब्बर को हिरासत पर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आक्रोश जताया.
उल्लेखनीय है कि शनिवार रात छेड़खानी को लेकर छात्राएं प्रदर्शन कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया.जिसकी खबर फैलते ही छात्राओं के समर्थन में दूसरे हॉस्टल के छात्र भी आंदोलन में कूद गए और कुछ ही देर में आंदोलन हिंसक हो उठा.
एफआईआर में छात्रों ने शिकायत की थी कि छात्रावास के समीप लड़के हस्तमैथुन करते हैं और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हैं. छात्रावास से आने – जाने का मार्ग सुरक्षित नहीं है. वहीं रात में सुरक्षा अधिकारी का तैनाती नहीं की गयी है.
लाठीचार्ज पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘बीएचयू की छात्राओं पर बर्बर लाठी चार्ज की मैं निंदा करता हूं. हम नवरात्रि में कन्याओं को पूजते हैं और यह तथाकथित हिन्दुत्व के ठेकेदार कन्याओं पर लाठी बरसा रहे हैं.’