इंडिया गेट के बारे में रोचक तथ्य

Amazing Facts About India Gate In Hindi

भारत का सबसे प्रमुख राष्ट्रीय स्मारक कौन सा है?

भारत का सबसे प्रमुख राष्ट्रीय स्मारक इंडिया गेट है।

इंडिया गेट कहाँ स्थित है?

इंडिया गेट भारत की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर स्थित है।

इंडिया गेट कब और किसने बनवाया?

अंग्रेज़ शासकों ने प्रथम विश्वयुद्ध और अफगान युद्ध में शहीद हुए 80000 भारतीय सैनिकों की स्मृति में 1931 में करवाया था।

इंडिया गेट की दीवारों पर क्या लिखा है?

इंडिया गेट की दीवारों पर सभी 80000 शहीद सैनिकों के नाम लिखे हुए हैं।

इंडिया गेट को किसने डिजाइन किया था?

इसका डिजाइन सर एडवर्ड लुटियन्स ने पेरिस के आर्क डे ट्रॉयम्फ़ से प्रेरित होकर तैयार किया था।

इंडिया गेट की नींव किसने रखी थी?

इंडिया गेट की नींव 1921 में ड्यूक ऑफ़ कनॉट ने रखी थी और इसे लॉर्ड इरविन ने देश को समर्पित किया था।

इंडिया गेट की ऊंचाई कितनी है?

इंडिया गेट की ऊँचाई 42 मीटर यानी 137.79 फीट है।

इंडिया गेट का पहला नाम क्या था?

शुरूआत में इस स्मारक का नाम ऑल इंडिया वॉर मेमोरियलरखा गया था।

इंडिया गेट के निर्माण में कौन से पत्थर का इस्तेमाल हुआ है?

इसका निर्माण लाल और पीले पत्थरों और ग्रेनाइट से किया गया है।

इंडिया गेट के मेहराबों पर क्या बना है?

इंडिया गेट के मेहराबों पर ब्रिटिश राज्य का प्रतीक सूर्य बना है और दोनों तरफ INDIA लिखा है।

इंडिया गेट पर और क्या-क्या बनाया गया था?

इंडिया गेट के सामने पहले जार्ज पंचम की मूर्ति भी लगी हुई थी जिसे बाद में वहाँ से हटा दिया गया।

इंडिया गेट बनने से पहले यहाँ पर क्या था?

इंडिया गेट बनने से पहले यहाँ पर दिल्ली-आगरा रेल लाइन गुजरती थी जिसे बाद में यमुना किनारे शिफ्ट कर दिया गया।

इंडिया गेट की मशाल को क्या कहते हैं?

इंडिया गेट पर 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की याद में हमेशा जलने वाली मशाल को अमर जवान ज्योति कहते हैं।

इंडिया गेट का दूसरा नाम क्या है?

प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1972 में 26 जनवरी के दिन अमर जवान ज्योति का उद्घाटन किए जाने के कारण इसे 26 जनवरी गेट भी कहते हैं। पहले इसे किंगस्वे भी कहते थे।

अमर जवान ज्योति का निर्माण किस पत्थर से किया गया है?

अमर जवान ज्योति का निर्माण काले संगमरमर से किया गया है।

अमर जवान ज्योति पर क्या बना है?

शहीद हुये सैनिकों की याद में इसके ऊपर एक बंदूक और एक सैनिक की टोपी रखी हुई है।

इंडिया गेट का क्या महत्व है?

26 जनवरी की परेड राष्ट्रपति भवन से शुरू होकर इंडिया गेट पर खतम होती है।