दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्र में प्रधानमंत्री से कहा है कि महिला आरक्षण बिल राज्यसभा में पास हो चुका है. लोकसभा में बहुमत भाजपा के पास है. आप इसको पास कराइए.भाजपा ने सोनिया के पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि सपा और आरजेडी जैसी पार्टियों को चिट्ठी लिखें, जो इस बिल का विरोध करती आ रही हैं.
पत्र में सोनिया ने लिखा है कि बहुमत के अभाव में महिला आरक्षण बिल साल 2010 से लंबित पड़ा है लेकिन आपकी सरकार के पास स्पष्ट बहुमत है.लिहाजा, इसका लाभ उठाते हुए महिला आरक्षण बिल पास कराइए।कांग्रेस हमेशा से इस बिल के समर्थन में रही है और आगे भी इस बिल का समर्थन करती रहेगी.
उनके दिवंगत पति और भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने संविधान संशोधन विधेयकों के जरिये पंचायतों एवं स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए पहली बार आरक्षण का प्रावधान किया था. सोनिया ने लिखा है कि उस बिल को 1989 में विपक्ष ने पारित नहीं होने दिया था लेकिन 1993 में ये दोनों सदनों में पारित हुए थे.
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पत्र का जवाब देते हुए कहा है कि अगर सोनिया गांधी महिला बिल को लेकर इतनी ही फिक्रमंद हैं तो अपने सहयोगियों – समाजवादी पार्टी और आरजेडी जैसी पार्टियों को चिट्ठी लिखें, जो इस बिल का विरोध करती आ रही हैं.
बीजेपी के मुताबिक महिला बिल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सोनिया गांधी क्रेडिट लेना चाह रही हैं. आपको बता दें कि सरकार शीतकालीन सत्र में महिला आरक्षण बिल लाने की तैयारी कर रही है. महिला बिल यूपीए के शासनकाल में राज्यसभा के पास हो चुका है अब बिल को लोकसभा से पास होना है.