पटना.बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में सभी विपक्षी दलों को साथ लेकर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने महारैली का आयोजन कर विपक्षी ताक़त दिखा दी. वहीँ राजनितिक पंडितों का मानना है कि इस महारैली ने लालू के बेटे को राजनीति में स्थापित कर दिया है और उसे आगे बढ़ने के लिए नई राह मिल गई है.
रैली में पांच पूर्व मुख्यमंत्री- लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी और अखिलेश यादव मौजूद थे. साथ ही पश्चिम बंगाल की मौजूदा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रैली में शामिल हुईं.इसके अलावा कांग्रेस, डीएमके, आरएलडी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, जनता दल(एस) और वाम दलों के प्रतिनिधियों ने आरजेडी की इस महारैली में भाग लिया.
लालू यादव ने अपने समर्थकों का आह्वान करते हुए उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के असली चेहरे को बेनकाब करने के साथ ही नीतीश और बीजेपी को जनादेश की धज्जियां उड़ाने पर सबक सिखाने के लिए कहा.लालू ने कहा ‘मैं हमेशा से जानता था कि नीतीश कुमार के पास कोई नैतिकता और सिद्धांत नहीं है. लेकिन बीजेपी को दूर रखने के लिए मैंने नीतीश को समर्थन देने का फैसला लिया. वो मेरे बेटे और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की बढ़ती लोकप्रियता से सहज नहीं थे.’