नई दिल्ली: इधर भारत में अनुपम खेर पर भाजपा और नरेंद्र मोदी की अंधभक्ति के आरोप लग रहे हैं वहीँ पाकिसस्तान भी अब इस विवाद में शामिल हो गया है । पाकिस्तान उच्चायोग ने अनुपम खेर को वीज़ा देने से मना कर दिया है जिसपर अनुपम खेर ने कहा कि मुझे पाकिस्तान ने वीज़ा देने से इसलिए मना कर दिया है क्यूंकि वे अरसे से काश्मीरी पंडितों के हक़ में आवाज उठा रहे हैं । साथ ही अनुपम खेर ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करना भी वीज़ा न मिलना के एक वजह हो सकता है ।
अनुपम खेर ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो १८ आवेदकों में से १७ को वीज़ा मिल गया लेकिन सिर्फ उनका आवेदन रद्द कर दिया गया। अनुपम खेर ने कराची साहित्य सम्मेलन के अधिकारियों और उनके सहयोगी अशोक के बीच मेल पर की गई बातचीत के आधार पर पाकिस्तानी उच्चायोग के दावे को खारिज कर दिया।
गौरतलब है कि अनुपम खेर को पाकिस्तान में पांच फरवरी से शुरू होने वाले साहित्य सम्मलेन के लिए वीजा नहीं दिया गया है। इस मसले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनुपम खेर ने वो इ-मेल भी दिखाया जिसमें उन्हें पाकिस्तान साहित्य फेस्टिवल में शामिल होने के लिए बुलावे के तौर पर भेजा गया गया था । उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इस सम्मलेन के आयोजकों ने प्रचार के पोस्टरों में उनकी तस्वीरें भी लगाएं हैं और उनके लिए होटल में कमरा भी बुक करवाया गया था । अनुपम खेर ने कहा कि पाकिस्तान से अच्छे संबंधों के लिए शुरू किए गए प्रयास के नाते मैं वहां जाना चाहता था।
वहीँ पाकिस्तान के इस लिट-फेस्ट की आयोजक अमीना सैय्यद ने इस मसले पर अफ़सोस जताया है।